रॉकस्टार डीएसपी ने फिर रचा इतिहास: SIIMA 2025 में 'पुष्पा 2: द रूल' के लिए सर्वश्रेष्ठ म्युजिक डायरेक्टर का पुरस्कार जीता
दुबई में भारतीय सिनेमा का एक ऐतिहासिक क्षण देखने को मिला जब रॉकस्टार डीएसपी को 'पुष्पा 2: द रूल' में उनके असाधारण काम के लिए 13वें साउथ इंडिया अंतर्राष्ट्रीय फिल्म अवॉर्ड (SIIMA) 2025 में सर्वश्रेष्ठ म्यूजिक डायरेक्ट का पुरस्कार दिया गया। यह भव्य समारोह 5–6 सितंबर को दुबई एग्ज़िबिशन सेंटर, एक्सपो सिटी में आयोजित हुआ। यह केवल एक और जीत नहीं थी, बल्कि एक दुर्लभ उपलब्धि का जश्न था।
डीएसपी अब 'पुष्पा' और उसके सीक्वल दोनों के लिए यह प्रतिष्ठित पुरस्कार जीत चुके हैं — यह उपलब्धि उनकी लगातार उत्कृष्टता और रचनात्मक प्रतिभा को दर्शाती है। किसी सीक्वल के लिए संगीत रचना करना हमेशा बड़ी चुनौती होती है, लेकिन डीएसपी ने इसे छह भाषाओं — तेलुगु, तमिल, हिन्दी, मलयालम, कन्नड़ और बांग्ला — में एक शक्तिशाली बहुभाषी साउंडट्रैक बनाकर करके इन उम्मीदों पर खरा उतरें है।
यह अखिल भारतीय (पैन-इंडिया) संगीत उपलब्धि उन्हें देश के सबसे बहुआयामी और सांस्कृतिक से सजग संगीत निर्देशकों में से एक के रूप में उनकी स्थिति को मजबूत करती है।
इस जीत को सिर्फ़ एक वायरल ट्रैक ही नहीं, बल्कि एक ऐसा पूरा एल्बम पेश करने की क्षमता ने खास बनाया है जिसने राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर लोगों के दिलों को छू लिया। आज के दौर में जहां सिंगल ट्रैक का बोलबाला है, वहीं डीएसपी का एकजुट और उद्देश्यपूर्ण एल्बम एक सांस्कृतिक क्षण बन गया — जिसमें लोकप्रियता और संगीत की गहराई का अद्भुत संतुलन था।
भावनाओं से भरे गीतों से लेकर ऊर्जावान एंथम्स तक, 'पुष्पा 2' का एल्बम एक बहु-शैली और बहुभाषी सफलता का दुर्लभ उदाहरण बन गया। कई भाषाओं में एल्बम-स्तरीय प्रभाव पैदा करना केवल व्यावसायिक दृष्टिकोण से नहीं, बल्कि कलात्मक दृष्टिकोण से भी एक बड़ी उपलब्धि है। डीएसपी ने सिर्फ अपेक्षाओं को पूरा नहीं किया, बल्कि भारतीय सिनेमा में सीक्वल संगीत के मानदंडों को ही बदल दिया।
उनके सम्मान का जश्न मनाते हुए, SIIMA के आधिकारिक इंस्टाग्राम पेज ने इस जीत को कुछ इस तरह बयां किया:
"उन्होंने ऐसे चार्टबस्टर और वायरल गाने दिए, जो इतने सारे 'पीलिंग्स' के काबिल थे — और अब उन्होंने 'पुष्पा 2' के लिए सर्वश्रेष्ठ संगीत निर्देशक (तेलुगु) का पुरस्कार जीता है। बधाई हो, @thisisdsp"
डीएसपी का स्वीकृति भाषण, जो दुबई की जगमगाती शाम में दिया गया, विनम्रता और प्रेरणा से भरा हुआ था। उन्होंने यह पुरस्कार दुनिया भर के संगीत प्रेमियों को समर्पित किया और इस बात के लिए आभार व्यक्त किया कि उन्हें ऐसा संगीत बनाने का अवसर मिला, जो विभिन्न संस्कृतियों और भाषाओं को जोड़ता है।
मंच पर उनका भावुक क्षण इस बात का प्रमाण था कि वे हर परियोजना में दिल और आत्मा से काम करते हैं। यह SIIMA पुरस्कार केवल एक व्यक्तिगत जीत नहीं, बल्कि भारतीय सिनेमा के बदलते संगीत परिदृश्य का उत्सव भी है।
जैसे ही डीएसपी अपने संग्रह में आठवाँ SIIMA पुरस्कार जोड़ते हैं, वह एक बार फिर साबित करते हैं कि हिट गाने बनाना प्रभावशाली होता है, लेकिन धमाकेदार गानों का एक पूरा एल्बम तैयार करना भी अपनी सर्वोच्च स्तर की कलात्मकता है।