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दिग्गज सिनेमैटोग्राफर गंगू रामसे का 83 साल की उम्र में निधन, हॉरर फिल्मों के लिए थे मशहूर

दिग्गज सिनेमैटोग्राफर गंगू रामसे का 83 साल की उम्र में निधन, हॉरर फिल्मों के लिए थे मशहूर

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  |  8 April 2024 12:53 PM GMT

भारतीय सिनेमा के दिग्गज सिनेमैटोग्राफर गंगू रामसे का रविवार 7 अप्रैल को 83 साल की उम्र में निधन हो गया। उन्हें एक महीने पहले मुंबई के कोकिलाबेन अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां आज सुबह 8 बजे उन्होंने अंतिम सांस ली।


गंगू रामसे को हिंदी सिनेमा में हॉरर फिल्मों के जनक के रूप में जाना जाता है। उन्होंने 'पुरानी हवेली', 'वीराना', 'सबसे बड़ा बदमाश', 'तंत्र', 'मृगमरीगा', 'काली सड़क', 'सनसनी', और 'नफरत' जैसी कई लोकप्रिय हॉरर फिल्मों की शूटिंग की।


उनकी फिल्मों में डरावने दृश्यों और अलौकिक घटनाओं का अद्भुत चित्रण होता था, जिसके लिए उन्हें दर्शकों और आलोचकों से काफी सराहना मिली।


गंगू रामसे ने अपने करियर की शुरुआत 1960 के दशक में की थी और उन्होंने 50 से अधिक फिल्मों में काम किया था। उन्हें अपने काम के लिए कई पुरस्कारों से भी सम्मानित किया गया था, जिनमें फिल्मफेयर अवॉर्ड और राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार शामिल हैं।


गंगू रामसे के निधन से भारतीय सिनेमा जगत में शोक की लहर है। कई फिल्म निर्माताओं, अभिनेताओं और अन्य फिल्म हस्तियों ने उनके निधन पर शोक व्यक्त किया है।


उनका जन्म 1 जून 1940 को हुआ था। उन्होंने 1963 में फिल्म 'हाउस ऑफ ब्लड' से अपने करियर की शुरुआत की थी। उन्होंने 'पुरानी हवेली' (1980), वीराना' (1981), 'तंत्र' (1986), 'मृगमरीगा' (1991), और 'सनसनी' (2001) जैसी कई लोकप्रिय फ़िल्में हैं।


उन्हें 1988 में फिल्म 'तंत्र' के लिए फिल्मफेयर अवॉर्ड से सम्मानित किया गया था।b2012 में उन्हें भारतीय सिनेमा में उनके योगदान के लिए राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।


गंगू रामसे का निधन भारतीय सिनेमा के लिए एक बड़ी क्षति है। वे एक प्रतिभाशाली सिनेमैटोग्राफर थे जिन्होंने हॉरर फिल्मों की शैली को परिभाषित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

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