मनोज कुमार: भारतीय सिनेमा के देशभक्त अभिनेता और निर्देशक

मनोज कुमार (जन्म हरिकृष्ण गिरि गोस्वामी; 24 जुलाई 1937 – 4 अप्रैल 2025) हिंदी सिनेमा के जाने-माने अभिनेता, निर्देशक, पटकथा लेखक और संगीतकार थे। उन्हें भारतीय सिनेमा में उनके देशभक्ति से जुड़े अभिनय के लिए जाना जाता था, और इसी कारण उन्हें उपनाम “भारत कुमार” भी मिला।
सम्मान और पुरस्कार
मनोज कुमार को भारतीय सिनेमा और कला के क्षेत्र में उनके योगदान के लिए कई प्रतिष्ठित पुरस्कारों से नवाजा गया। उन्हें सन् 1992 में पद्म श्री, और सन् 2015 में दादासाहेब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित किया गया। इसके अलावा उन्हें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार और सात बार फ़िल्मफ़ेयर पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया।
प्रारंभिक जीवन
मनोज कुमार का जन्म ब्रिटिश भारत के उत्तर-पश्चिम सीमांत प्रांत के ऐब्टाबाद में हुआ था। उनका असली नाम हरिकृष्ण गिरी गोस्वामी था। विभाजन के बाद उनके परिवार को जांदियाला सेह्र खान से दिल्ली स्थानांतरित होना पड़ा।
उन्होंने दिल्ली के हिंदू कॉलेज से स्नातक की पढ़ाई पूरी की। फिल्मों के प्रति उनका लगाव युवा अवस्था में ही बढ़ गया था। अभिनेता दिलीप कुमार, अशोक कुमार और कामिनी कौशल के अभिनय से प्रभावित होकर उन्होंने अपना फिल्मी नाम मनोज कुमार रखा।
फिल्मी करियर
मनोज कुमार ने अपने करियर में कई सफल और यादगार फिल्में दीं। वे न केवल अभिनय में माहिर थे, बल्कि निर्देशक और निर्माता के रूप में भी अपनी पहचान बना चुके थे।
मनोज कुमार की प्रमुख फिल्में और उनके कार्य
| वर्ष | फिल्म | भूमिका / टिप्पणी |
|---|---|---|
| 1967 | उपकार | अभिनेता, लेखक, निर्देशक |
| 1970 | मेरा नाम जोकर | अभिनेता, लेखक |
| 1972 | शोर | अभिनेता |
| 1974 | रोटी कपड़ा और मकान | अभिनेता, लेखक, निर्देशक |
| 1981 | क्रांति | अभिनेता, लेखक, निर्देशक |
| 1999 | जय हिंद | अभिनेता, लेखक, निर्माता, निर्देशक |
बतौर लेखक
| वर्ष | फिल्म |
|---|---|
| 1967 | उपकार |
| 1970 | मेरा नाम जोकर |
| 1974 | रोटी कपड़ा और मकान |
| 1981 | क्रांति |
| 1999 | जय हिंद |
बतौर निर्माता और निर्देशक
| वर्ष | फिल्म | भूमिका |
|---|---|---|
| 1967 | उपकार | निर्देशक |
| 1974 | रोटी कपड़ा और मकान | निर्देशक |
| 1981 | क्रांति | निर्देशक |
| 1999 | जय हिंद | निर्माता और निर्देशक |
पुरस्कार और सम्मान
1973: फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ अभिनेता पुरस्कार – बेईमान
2008: मध्यप्रदेश सरकार द्वारा किशोर कुमार सम्मान
विरासत
मनोज कुमार ने अपने जीवन और फिल्मों के माध्यम से दर्शकों को देशभक्ति, साहस और नैतिक मूल्यों की प्रेरणा दी। उनके योगदान ने उन्हें भारतीय सिनेमा का एक अनमोल सितारा बना दिया, जिनकी फिल्में आज भी दर्शकों के दिलों में जीवित हैं।
