Haryana news : हरियाणा को गर्मी से पहले ही अडानी पॉवर का बड़ा झटका, इस बार 16 फीसदी कम बिजली देगी कंपनी

Haryana news : हरियाणा में इस बार गर्मी में बिजली का संकट गहराने के संकेत मिल रहे हैं। अडानी पॉवर ने बिजलीघरों में कोयले की कमी के कारण राज्य को आपूर्ति की जाने वाली बिजली में 16 फीसदी कटौती का फैसला किया है। इसके लिए कंपनी हरियाणा सरकार के साथ हुए बिजली खरीद समझौते में संशोधन कर रही है।;

Update: 2023-03-02 09:11 GMT

Haryana news : Haryana news : हरियाणा में इस बार गर्मी में बिजली का संकट गहराने के संकेत मिल रहे हैं। अडानी पॉवर ने बिजलीघरों में कोयले की कमी के कारण राज्य को आपूर्ति की जाने वाली बिजली में 16 फीसदी कटौती का फैसला किया है। इसके लिए कंपनी हरियाणा सरकार के साथ हुए बिजली खरीद समझौते में संशोधन कर रही है।

कंपनी ने कहा कि अगर हरियाणा को अधिक बिजली चाहिए तो उसे आयातित कोयले से पैदा हुई बिजली के लिए अतिरिक्त भुगतान करना होगा। इस साल ज्यादा गर्मी पड़ने का अनुमान है, ऐसे में बिजली की मांग ज्यादा रहेगी। इस मुश्किल समय में अडानी के इस फैसले का असर हरियाणा के उद्योगों और शहरी उपभोक्ताओं पर पड़ सकता है।

अडानी पावर ने हरियाणा की दोनों उत्तर और दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण कंपनियों (डिस्कॉम) को बिजली की आपूर्ति घटाने का फैसला किया है। कंपनी ने बीएसई को दी गई सूचना में कहा कि दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम लिमिटेड और उत्तर हरियाणा बिजली वितरण निगम लिमिटेड के साथ हुए बिजली खरीद समझौते में संशोधन करते हुए इसे 712 मेगावाट से घटाकर 600 मेगावाट प्रति डिस्कॉम किया जा रहा है।

कंपनी ने अपने मुंद्रा संयंत्र से पैदा होने वाली 720-720 मेगावाट बिजली हरियाणा की दो डिस्कॉम को आपूर्ति का खरीद समझौता किया था। अब इस समझौते को संशोधित कर आपूर्ति की जाने वाली बिजली 600-600 मेगावाट कर दी है। ऐसे में हरियाणा को 1424 मेगावाट के स्थान पर रोजाना 1200 मेगावाट बिजली मिलेगी। कंपनी ने कहा कि घरेलू कोयले की उपलब्धता को ध्यान में रखते हुए इस समझौते की शर्तों को संशोधित करना पड़ा है।

फिलहाल हरियाणा में 8 हजार मेगावाट बिजली की मांग है लेकिन जैसे-जैसे पारा चढ़ेगा वैसे-वैसे बिजली की मांग और बढ़ेगी। इस समय प्रदेश की कुल क्षमता 13 हजार मेगावाट तक की है। गर्मी के पीक सीजन जून और जुलाई में यह मांग 13 हजार तक के आंकड़े को छू सकती है। इस बार समय से पहले ही गर्मी आने और उपभोक्ताओं की संख्या बढ़ने से मांग 13500 मेगावाट तक जा सकती है। इसलिए अडानी पॉवर से प्रदेश को कम बिजली की आपूर्ति होने से बिजली उपभोक्ताओं को परेशानी झेलनी पड़ सकती है।

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