Adipurush controversy: नए मुद्दे का सामना कर रही फिल्म, जेएनयू हिंसा पर Kriti Sanon's का पुराना ट्वीट वायरल, बहिष्कार शुरू
Kriti Sanon's old tweet : आदि Adipurush की मुश्किलें थमने का नाम नहीं ले रही हैं. टीजर में धार्मिक भावनाओं को आहत करने का आरोप लगाया जा रहा है.;
Adipurush टीज़र : Adipurush एक के बाद एक मुश्किलों का सामना कर रहे हैं। टीजर रिलीज होने के बाद सोशल मीडिया और टीवी चैनलों पर लगातार सवाल खड़े हो रहे हैं। लेकिन अब एक नया मामला सोशल मीडिया पर धीरे-धीरे रफ्तार पकड़ रहा है। फिल्म में सीता का किरदार निभाने वाली एक्ट्रेस कृति का एक पुराना ट्वीट यहां सामने आया है, जो जेएनयू में हुई हिंसा से जुड़ा है। इस ट्वीट के सामने आने के बाद सोशल मीडिया पर फिल्म के बहिष्कार की मांग जोर पकड़ने लगी। जनवरी 2020 में कृति द्वारा किए गए इस ट्वीट में जेएनयू में प्रोफेसरों और छात्रों पर हुए हमले की निंदा की गई है। कृति ने ट्वीट में लिखा कि जेएनयू में जो हुआ वह दिल दहला देने वाला है। भारत में जो हो रहा है वह डरावना है। भीड़ द्वारा छात्रों और शिक्षकों को पीटा और धमकाया जा रहा है। लगातार आरोप-प्रत्यारोप का खेल चलता रहता है। आप राजनीतिक एजेंडे में कितने नीचे गिर रहे हैं? हिंसा कभी समाधान नहीं होती। हम इतने अमानवीय कैसे हो सकते हैं?
Sita के रूप में स्वीकार कैसे करें
उस दौरान सोशल मीडिया पर कृति द्वारा दिए गए वीडियो इंटरव्यू के कुछ हिस्से भी खूब वायरल हो रहे हैं। इस ट्वीट और वीडियो के अंश सामने आने के बाद कृति और फिल्म के खिलाफ नाराजगी सोशल मीडिया पर देखी जा सकती है। लोग कृति से पूछते हैं कि अगर वह जेएनयू में भारत विरोधी नारे लगाने वालों को ईमानदार और सरकार के कदम को राजनीतिक एजेंडे के रूप में देखती है, तो फिल्म में उन्हें सीता के रूप में कैसे स्वीकार किया जा सकता है? कुछ लोगों ने इस मुद्दे को आदि पुरुष से जोड़कर कहा है कि कृति फिल्मों का चयन कितना बुरा है, जिसमें वेशभूषा और पात्रों की शक्ल का इस्लामीकरण किया गया है।
निर्माताओं के लिए नई मुसीबत
जेएनयू के मामले में बॉलीवुड अभिनेताओं के बूथ को लेकर सोशल मीडिया पर कई बार बहिष्कार देखा जा चुका है। जेएनयू में सरकार के खिलाफ जाने के मामले में सोशल मीडिया पर दीपिका पादुकोण, तापसी पन्नू से लेकर स्वरा भास्कर तक सभी फिल्मों का बहिष्कार किया गया है। आदिपुरुष के क्रिएटर्स के लिए कृति का ट्वीट नया सिरदर्द बन सकता है। विभिन्न कारणों से आदिपुरुष का विरोध पहले से ही है और रचनाकार उनके पक्ष में माहौल बनाने की पूरी कोशिश कर रहे हैं। लेकिन अभी तक चीजें काम करती नहीं दिख रही हैं। टीजर जारी होने के बाद राजनेताओं के बयान अयोध्या में राम मंदिर के मुख्य पुजारी सत्येंद्र दास के पास पहुंचे, जिसमें उन्होंने राम-सीता और हनुमान सहित रावण के गलत चित्रण का विरोध किया। दास ने आदिपुरुष पर प्रतिबंध लगाने की भी मांग की है। 500 करोड़ रुपये के बजट वाली यह फिल्म अगले साल 12 जनवरी को हिंदी के साथ तमिल, तेलुगू, कन्नड़ और मलयालम में रिलीज होगी।